चौथा स्तंभ धराशाई हो गया हैं।अपना कर्तव्य फ़र्ज़ अदा नहीं कर रहा हैं। चौथा स्तंभ धराशाई हो गया हैं।अपना कर्तव्य फ़र्ज़ अदा नहीं कर रहा हैं।
मैने बचपन से बहुत सुना है कि आत्मविश्वास से बढकर कुछ भी नही है । परंतु बचपन से ही मुझमे मैने बचपन से बहुत सुना है कि आत्मविश्वास से बढकर कुछ भी नही है । परंतु बचपन से ह...
इज्ज़त कमाने में समय लगता है और उतारने में पल। इज्ज़त कमाने में समय लगता है और उतारने में पल।
उसने भी खुशी जाहिर की और खाना खाने लगी। उसने भी खुशी जाहिर की और खाना खाने लगी।
मन में आज भी वह परिस्थिति कचोटती है अधूरे दर्शन की ,जब हमे अपनी मजबूरियों पर झुकना पड़ा मन में आज भी वह परिस्थिति कचोटती है अधूरे दर्शन की ,जब हमे अपनी मजबूरियों पर झुक...
लेकिन इन सब के बावजूद भी मेरी शादी नहीं रुकी थी,रुका हुआ था तो मेरा प्रेम के साथ बित लेकिन इन सब के बावजूद भी मेरी शादी नहीं रुकी थी,रुका हुआ था तो मेरा प्रेम के सा...